मधुपुर, 7 मार्च: शहर और ग्रामीण इलाकों में रमजान माह के पहले जुमे की नमाज के लिए हजारों की संख्या में मुसलमानों ने उत्साह के साथ शिरकत की। शुक्रवार को सुबह 11 बजे से ही लोग मस्जिदों की ओर रुख करने लगे, जो नमाज शुरू होने तक जारी रहा। बावन बीघा स्थित मस्जिद, बाजार मोहल्ला की पीर साहब मस्जिद, लखना मोहल्ला मस्जिद, छोटी मस्जिद, नूरी मस्जिद, कमर मंजिल मस्जिद, मदीना मस्जिद, मुंशी नबी पक्ष रोड मस्जिद, खलासी मोहल्ला मस्जिद, चांदमारी मोहल्ला मस्जिद, पत्थरचपटी मस्जिद, तिलैया तांड़, पटवाबाद, लालगढ़ समेत अन्य मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की गई। बड़ी संख्या में नमाजियों की भीड़ उमड़ने से मस्जिदों में जगह कम पड़ गई।
बावन बीघा मस्जिद के खतीब व इमाम मौलाना शाजिद हुसैन फैजी ने जुमे की नमाज से पहले तकरीर में रमजान की अहमियत पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि रमजान रहमत, बरकत और मगफिरत का महीना है, जिसका सम्मान करना हर मुसलमान की जिम्मेदारी है। हर बालिग मर्द और औरत पर रमजान के रोजे फर्ज हैं।
नमाज से पहले पेश इमामों ने खुतबा पढ़ा, जिसमें रमजान की फजीलत पर चर्चा की गई। नमाज के बाद रोजों की कबूलियत, गुनाहों की माफी, कौम और मिल्लत की भलाई, आपसी एकता, सौहार्द, देश की तरक्की और अमन-शांति के लिए अल्लाह से दुआएं मांगी गईं।
इस दौरान हजारों मुसलमानों ने अकीदत के साथ शुक्रवार को अपना छठा रोजा मुकम्मल किया। मगरिब की अजान के साथ ही रोजा खोला गया। इसके बाद इशा की नमाज और फिर मस्जिदों में तरावीह की विशेष नमाज अदा की गई।
